सुयोग सुरेश डांगे(विशेष प्रतिनिधी)
चिमूर(दि.14जुलै):- तहसील के प्राथमीक स्वास्थ केंद्र मासल(बु.)मे कार्यरत वैद्यकीय अधिकारी के अडीयल रवैय्ये से जहां मरीजो को परेशानी का सामना करना पड रहा है वही कर्मचारी भी अधिकारियो की लापरवाही से तंग आ गये है. यहा कार्यरत सभी कर्मचारियो ने जिला परीषद मुख्याधिकारी तथा जिला स्वास्थ अधिकारी से शिकायत की है.
कर्मचारियो द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार यहा दो वैद्यकीय अधिकारी वर्ग १ कार्यरत है. लेकीन स्वास्थ सेवा देने मे टालमटौल हो रही है. नियमीत बाह्य रुग्ण जांच, गर्भवती महिलाओ की जांच, प्रसुती पश्चात स्वास्थ सेवा, बालस्वास्थ आदी संदर्भसेवाए कनिष्ठ कर्मचारियो के भरोसे छोडकर मरीजो की प्रताडना की जा रही है. कार्यालयीन कामकाज मे भी अडीयल भूमीका अपनाने का आरोप शिकायत मे किया गया है. आवश्यक दस्तावेजो पर स्वाक्षरी न करना, कार्यालयीन सामग्री समय पर मुहैय्या न करना, विभीन्न योजनाओ की वेतन कपात समय पर न भरना आदी का समावेश शिकायत मे किया गया है. शिकायतकर्ताओ मे स्वास्थ सहाय्यक डि. बी. मसराम, पि. आर. मानकर, औषध निर्माता पि.वी.मेश्राम, स्वास्थ सेवक एन. एम. सावसाकडे, पि. ए.गजभिये, पि एस. बन्सोड,ए एल. मेटांगे, एम. जी. सातव, एस आर. वरभे, ए. आर. नागापुरे, एल. के. पत्तीवार, पी.पी.बोरकुटे, परिचर एम. बी. देवतले, एम. एस. कारमेंगे, एस. आर. बडगे आदी कर्मचारियो का समावेश है.
———
उल्लेखनिय है की, कुछ दिन पूर्व मुंबई से ताडोबा मे आए पर्यटक को इमर्जन्सी सेवा न मिलने से उसकी मौत हुई थी. उस समय से वैद्यकीय अधिकारियो के दवाखाने से नदारद रहने को लेकर उंगलीया उठ रही थी. चिकीत्सक अपने कर्तव्य पर समय पर नही आने से मरीजो को कई घंटो इंतजार करना पड़ता है. इस संदर्भ मे तहसील वैद्यकीय अधिकारी उमरे से प्रस्तुत प्रतिनिधी व्दारा पुछने पर उन्होने कार्रवाही करने का आश्वासन दिया है.




